यात्रा को बनाएं निर्विघ्न और सफल
दिशाशूल एक भारतीय ज्योतिषीय अवधारणा है, जिसमें व्यक्ति के लिए अनुकूल और प्रतिकूल दिशाओं का संकेत दिया जाता है। इसे विशेष रूप से यात्रा करने से पहले देखा जाता है। यदि किसी दिशा में जाने से दिशा शूल होता है, तो उसे अशुभ माना जाता है और उस दिशा में यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है।
आज के आधुनिक जीवन में यात्रा अति आवश्यक हो गई है। वैसे भी कुछ नया हासिल करने को यात्रा करना ही होती है। जीवन बिना यात्रा के ठहर सा जायेगा, ठहरे हुए पानी की तरह। अक्सर हम सुनते हैं एक शब्द दिशाशूल। इसके मायने हैं- दिन विशेष को किसी दिशा में की जाने वाली यात्रा के दोष। किस वार को किस दिशा में जाने से दोष लगता है, ये जानना जरूरी है।
आज की इस जिंदगी में काम को रोकना मुश्किल है इसलिए अलग-अलग दिशाओं में दिशा में यात्रा करनी भी पड़े तो उसके निवारण के कुछ आसान से उपाय होते हैं। जिन्हें जानकर यात्रा को निर्विघ्न और सफल बनाया जा सकता है।